ठाणे मनपा शिवसेना के नगरसेवक मानिक पाटिल के लड़के राकेश पाटिल की हत्या उसके सौतेले भाई ने गोली मारकर की


ठाणे (आर जे शर्मा) : ठाणे महानगरपालिका के शिवसेना नगरसेवक मानिक पाटिल के लड़के की हत्या उसके सौतेले भाई सचिन पाटिल ने गोली मारकर की परंतु ऐसे रईस खानदान व राजनयिक, राजनेता के लड़कों  पास अवैध हथियार आया कहां से और महाराष्ट्र पुलिस ऐसे धनाढ्य, राजनेता राजनयिक व्यक्तियों के ऊपर नजर रख करके इनके घरों की तलाशी ले और इनके बच्चों की तलाशी ले जिससे अवैध हथियार रखने वालों के ऊपर शिकंजा कसा जा सके- दिनांक 20 सितंबर 2020 के दिन वाघबील गांव घोड़बंदर रोड थाने के रहने वाले मानिक पाटिल का लड़का राकेश मानिक पाटिल उम्र 35 साल घर से गायब हो गया है ऐसी फिरयाद राकेश की पत्नी श्रीमती कविशा राकेश पाटिल इन्होंने 20 सितंबर 2020 के दिन कासारवडवली पुलिस स्टेशन में रजिस्टर क्रमांक 56/ 2020 मानव मिसींग तकरार दिया था, मानव मिसींग केस दाखिल होने के बाद कासारवडवली पुलिस स्टेशन के पुलिस ने राकेश के मित्र,नात रिश्तेदार, आजू- बाजू परिसर में राकेश पाटिल का शोध करना चालू कर दिया, परंतु कहीं भी राकेश का पता नहीं लग रहा था और राकेश के पिता मानिक पाटिल हॉस्पिटल में दिनांक 15 सितंबर 2020 से उपचार के लिए अडमिट थे दिनांक 20 सितंबर 2020 के दिन उपचार खत्म होने के बाद अस्पताल से घर पर आए और घर में आकर के उन्होंने अपने बेडरूम में जाकर देखा तो अचंभित रह गए उन्होंने देखा कि उनका तिजोरी टूटी हुई है और उनके सोने के जेवरात वहां से गायब हो चुके थे इसकी जानकारी दिनांक 20 सितंबर 2020 के दिन कासारवडवली पुलिस स्टेशन में  रजिस्टर क्रमांक 238 /2020 भादवि कलम 380 के अनुसार फिर्याद नोट करके गुमशुदा राकेश पाटिल व सोने की चोरी हुई दोनों केस का चौकशी सहायक पुलिस आयुक्त वर्तकनगर विभाग पंकज शिरसाठ व वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक किशोर खैरनार इनके मार्गदर्शन में शोध चालू किया गया, जिस दिन से राकेश पाटिल गायब हुआ था उस दिन से उसकी एक्टिवा स्कूटर एम एच04 जेएस 4499 वह स्कूटर भी गायब थी पुलिस को अपनी गुप्तचर के माध्यम से मालूम पड़ा कि एक आदमी इस स्कूटर को चला रहा है इसलिए गुन्हे प्रकटीकरण शाखा के सहायक पुलिस अधीक्षक सागर जाधव को इस संशयीत आदमी को पकड़ने के लिए सूचना दिया गया जिसके आधार पर आरोपी गौरव सिंह पत्ता आजाद नगर थाने से इसको पकड़ कर पुलिस ने अपने ताबे में लिया और उसके पास से एक्टिवा स्कूटर हस्तगत किया गौरव सिंह ने बताया कि सचिन पाटील और मैं दोनों ने मिलकरके प्लान बना करके दिनांक 20 सितंबर 2020 के दिन उसके रहते घर में राकेश को शराब पिलाकर के मध्य रात में सुलाया और सुबह के समय सचिन पाटिल ने उसके पास से गावठी पिस्टल उठा कर के एक गोली राकेश के कनपटी पर मारा जिससे वह जगह पर खत्म हो गया उसके बाद हम दोनों ने राकेश का प्रेत चादर और सोफा के कवर में लपेटकरके राकेश की गाड़ी की डिक्की में डाल कर  हम लोग प्रेत वाशी खाड़ी के ब्रिज के ऊपर से खाड़ी में फेंक दिया इसकी कबूली आरोपी गौरव सिंह इन्होंने दी, इसके बाद मिसिंग हुए आदमी का केस हत्या के रूप में बदल गया और कासारवडवली पुलिस स्टेशन में दिनांक 23 सितंबर 2020 के दिन गुनाह रजिस्टर क्रमांक 239/ 2020 भादवि कलम कायदा 302, 201, 34 के अनुसार भारतीय हथियार कायदा कलम 3,25 के अनुसार गुनाह दाखिल किया गया, खून करने के बाद आरोपी सचिन पाटील यह फरार हो गया था जिसका शोध सहायक पुलिस निरीक्षक सागर जाधव, पुलिस उप निरीक्षक रुपाली रत्ने, पुलिस निरीक्षक कुलदीप मोरे की अगुवाई में 3 पुलिस पथक तैयार करके उनको अलग-अलग ठिकानों पर भेजा गया परंतु सचिन पाटील इसका कहीं पता नहीं लग रहा था और पुलिस पथक अंबरनाथ, बदलापुर, कल्याण, डोंबिवली, कामोठे, सीबीडी बेलापुर, उलवे, नवी मुंबई हर जगह पर पुलिस शोध कर रही थी पर उसका कहीं भी पता नहीं लग रहा था और वह मोबाइलपर बात नहीं कर रहा था जिसके लिए उसका ट्रेस करना पुलिस के लिए बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा और पुलिस रात और दिन एक करके दिनांक 26 सितंबर 2020 के दिन आरोपी सचिन पाटील नवी मुंबई उलवे से  आरोपी को अटैक किया और राकेश पाटील के सौतेले भाई सचिन पाटिल और गौरव सिंह ने 3 किलो 700 ग्राम सोना चोरी किए हुए माल और एक गांवठी पिस्टल, एक जीवंत कारतूस, खाली एक कारतूस व एक स्कूटर के साथ कासारवडवली पुलिस ने मुद्दे माल के साथ हस्त गत किया और जांच से पता चला कि आरोपी सचिन सर्जेराव पाटिल ने जो हत्या किया है वह संपत्ति का वाद विवाद होने के कारण किया है और सचिन पाटिल ने गौरव सिंह को मदद करने के लिए घ्2,00,000 देने का कबूली किया था ऐसा पत्रकार परिषद में सहायक पुलिस आयुक्त पंकज शिरसाठ ने बताया इस गुनाह की चौकशी कासारवडवली के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक किशोर खैरनार के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक प्रदीप एन उगले कर रहे हैं।