अंबरनाथ : अंबरनाथ नपा के आम चुनावों की अधिसूचना आगामी 10 दिनों में जारी हो जाएगी. नपा के चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपने-अपने मित्र दलों के साथ गठबंधन करने की कोशिशें शुरू कर दी है, वहीं वार्डों के बंटवारे को लेकर माथापच्ची व मंथन का कार्य भी जोरों पर है. टिकट पाने के लिए कुछ नगरसेवक दल-बदल की कोशिश में लगे हैं. गठबंधन होने पर किस दल के लिए कौन सा वार्ड छोड़ा जा रहा है, उसकी प्रतीक्षा में है. वैसे अनेक भावी उम्मीदवारों के समर्थकों ने होली की शुभेच्छा के जो बैनर लगाए हैं इससे चुनावी दंगल की दस्तक का एहसास शहर में होने लगा है. शिवसेना, राकां व कांग्रेस के टिकट पर नपा का चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले अधिकांश उम्मीदवार चाहते हैं कि राज्य की तर्ज पर शहर में भी शिवसेना, राकां व कांग्रेस की महाविकास आघाड़ी की सत्ता स्थापित हो, इसलिए महाविकास आघाड़ी के बैनर तले मिलकर चुनाव लड़ा जाए. पर सीटों के बंटवारे को लेकर बात अटक रही है. वहीं भाजपा भी अपनी पूरी ताकत से चुनावी मैदान में उतरने जा रही है. भाजपा व मनसे के बीच चुनावी गठबंधन की संभावना है. जानकारी है कि इन दलों के स्थानीय नेताओं के बीच कुछ बैठकें भी हो चुकी हैं. 57 वार्डों वाली नपा में शिवसेना की सत्ता है. साल 2015 में नपा के चुनाव हुए थे इसमें स्पष्ट बहुमत तो किसी दल को नहीं मिला था, लेकिन 26 सीटें जीतकर शिवसेना ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया था. भाजपा 10, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 8, राकां 5, मनसे 2 तथा 6 निर्दलीय चुनाव जीते थे. तब ढाई वर्ष के लिए नपा अध्यक्ष का पद अनुसूचित जाति की महिला उम्मीदवार के लिए आरक्षित था. मनसे व राकां सहित निर्दलीयों के सहयोग से शिवसेना की प्रज्ञा बनसोडे नपा अध्यक्ष बनने में कामयाब रही. उसके ढाई साल बाद शिवसेना की ही मनीषा अरविंद वालेकर निर्विरोध नपा अध्यक्ष चुनी गई. इससे शिवसेना की अन्य दलों पर पकड़ समझी जा सकती है. अंबरनाथ शहर कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप पाटिल का कहना है कि अभी तक किसी की उम्मीदवारी घोषित नहीं कि है, यदि खुशी में पार्टी के कार्यकर्ता बोर्ड लगा रहे है तो इसमें कुछ गलत नहीं है. अंबरनाथ में वैसे अभी तक देखने यह मिल रहा है की सबसे ज्यादा लोग शिवसेना के टिकट पर अपना भाग्य आजमाना चाहते हैं. वहीं, कांग्रेस व भाजपा के उम्मीदवारों की बराबर की स्थिति है. मनसे सहित वंचित बहुजन आघाड़ी ने भी प्रत्यशियों से संपर्क बनाना शुरू किया है. चर्चा यह भी है की इस बार अंबरनाथ नपा के चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) तथा एमआईएम भी भाग्य आजमा सकती है.
अंबरनाथ शहर में शुरू हैं बैठकों का दौर