उल्हासनगर मनपा में अधिकारियों कर्मचारियों की कमी से मनपा के कामकाज पर हो रहा असर


उल्हासनगर(सरफराज खान)  : मनपा में पद रिक्त होने से कामकाज बुरी तरह प्रभावित होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए मनपा आयुक्त राज्य सरकार उदासीन है। उल्हासनगर मनपा में लगभग हजार पद रिक्त है। इन पदों पर अभी तक कर्मचारियों की भर्ती नहीं हो सकी है। वहीं जनवरी माह में स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर राजा रिजवानी सेवानिवृत्त हुए हैं। साथ ही नगररचना विभाग अधिकारी सोनावणे भी सेवानिवृत्त हो गए। शहर के लिए प्रमुख दोनों विभाग के अधिकारियों की अभी तक नियुक्ति नहीं की गई है। जबकि उक्त 2 पद रिक्त होने से शहर के नागरिक प्रभावित होने लगे हैं और मनपा का कामकाज राम भरोसे चल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार मनपा के विभिन्न विभागों में 1000 पद रिक्त पड़े हैं। ध्यान देने की बात यह है कि उल्हासनगर मनपा के रचनाकार और चिकित्सा अधिकारी डॉ राजा रिजवान 1 जनवरी के अंतिम में ही सेवानिवृत्त हो गए डॉक्टर राजा रिजवानी सेवानिवृत्त होंगे। इसकी जानकारी मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख को पहले से ही थे। इसके बावजूद भी कोई नियुक्ति नहीं किए जाने से पिछले 10 दिनों में सीएससी सेंटर से स्वास्थ्य अधिकारी के हस्ताक्षर से दिए जाने वाले डेट, बर्थ और मैरिज सर्टिफिकेट पर काफी असर पड़ने लगा है। इसी के कारण नगर रचनाकार विभाग में सोनावणे के सेवानिवृत्त होने से उनकी जगह पर कोई अधिकारी नियुक्त नहीं हुआ है। जबकि उनकी जगह पर भिवंडी मनपा के श्रीकांत देव को उल्हासनगर मनपा नगर रचनाकार का अतिरिक्त पदभार दिया गया था। परंतु अभी तक उन्होंने पदभार नहीं स्वीकारा है। मिली जानकारी के अनुसार आयुक्त सुधाकर देशमुख ने राज्य सरकार के पास पत्र व्यवहार कर प्रतिनिधि अधिकारी देने की मांग की है। लेकिन अभी तक इस पर कोई अमल नहीं किया गया है। बता दे कि मनपा में अतिरिक्त आयुक्त सहित दो उपायुक्त, 6 सहायक आयुक्त, एक नगररचनाकार, संचालक एक निधि से निर्मित कार्यकारी अभियंता , एक कर निर्धारक, एक चिकित्सा अधिकारी, एक कानून अधिकारी आदि श्रेणी के 80 फ़ीसदी पद और शुन्य मंजूर पदों में से लगभग 1000 पद रिक्त है।