उल्हासनगर मनपा की बजट जनविरोधी

उल्हासनगर(सरफराज खान)  :  उल्हासनगर महानगरपालिका के आयुक्त सुधाकर देशमुख ने शुक्रवार को 483.41 करोड़ का बजट स्थाई समिति सभापति राजेश वधारिया को पेश किया जिसमें उन्होंने पानी के दामों को दुगना कर शहरवासियों पर भारी बोझ डाला है। इस बजट पर टीम ओमनी कालानी के युवा नेता, सलाहकार तथा फाइनेंस विशेषज्ञ, शहर के प्रसिद्ध सीए अजीत मखीजानी ने बयान जारी किया है कि, यह बजट पूरी तरह से शहर विरोधी है और इस बजट में कई खामियां हैं। जिस कारण इस बजट को बनाने वाले मनपा अधिकारियों एवं नेताओं के साथ में खुली बहस करने के लिए तैयार हूं। क्योंकि उन्होंने जनता के हित को ध्यान में रखते हुए यह बजट बनाया है। आज आम जनता को अपना घर चलाने के लिए घर का बजट इस तरह बनाना पड़ता है।  ताकि उनका गुजारा हो सके लेकिन यहां फिजूल खर्चों की रोकथाम के बजाय जनता पर जो अतिरिक्त भार डाला जा रहा है वह क्यों डाला जा रहा है और किस ग्राउंड पर डाला जा रहा है किसके इशारा पर डाला जा रहा है? इसके लिए मैं इस बजट पर खुली बहस के लिए तैयार हूं। ज्ञात हो कि उल्हासनगर मनपा हाउस टैक्स के दिलों में। पहले से ही ऐसे यूजरटाइप भर रहे हैं जिनका उनको किसी भी तरह का लाभ भी नहीं मिल रहा है। ऐसे में जनता पर पानी की कीमत को दुगना करने के प्रस्ताव से जनता की मुश्किलों को और भी बढ़ाया जा रहा है। सुविधा से वंचित शहरवासी फिर भी टैक्स भर रहे हैं।