मुंबई : नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश में हुए विरोध प्रदर्शनों और दिल्ली के शाहीन बाग में जारी आंदोलन पर राज ठाकरे ने तंज कसा है। मुंबई के आजाद बाग मैदान में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की एक रैली के दौरान सीएए विरोध प्रदर्शनों पर सवाल उठाते हुए राज ठाकरे ने कहा कि मुझे यह नहीं समझ आ रहा कि भारतीय मुसलमान नागरिकता संशोधन कानून का विरोध क्यों कर रहे हैं। मुंबई में अपनी सभा के दौरान समर्थकों को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा, ’मुझे यह नहीं समझ आता कि सीएए का विरोध करने वाले मुसलमान ऐसा क्यों कर रहे हैं। नागरिकता संशोधन कानून उन मुस्लिमों के लिए नहीं है जिनका जन्म भारत में हुआ है। आप लोग किसी अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं।’ इससे पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के अध्यक्ष राज ठाकरे द्वारा रविवार को निकाले गए मेगा-मार्च में करीब 1 लाख से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। इसके माध्यम से वह देश में रह रहे पाकिस्तानी और बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकालने की मांग कर रहे हैं। शिवाजी पार्क स्थित से शुरू हुए इस मार्च से पहले ठाकरे और उनकी पत्नी शर्मिला, उनके बेटे और एमएनएस नेता अमित ठाकरे सहित उनके परिवार ने सबसे पहले प्रभादेवी स्थित 220 साल पुराने सिद्धि विनायक मंदिर में भगवान गणेश के दर्शन कर उनकी आरती की। इसके बाद एमएनएस के शीर्ष नेताओं के साथ ठाकरे ने आजाद पार्क तक एक मार्च निकाला उल्लेखनीय है कि राज ठाकरे ने अपनी पार्टी एमएनएस ने हाल ही में नई शुरुआत करने का ऐलान किया है। हालांकि राज ठाकरे की नई रणनीति के तहत उनके बीजेपी के साथ जाने की चर्चा है, पर राज ठाकरे ने अभी इस बारे में खुलकर कुछ नहीं कहा है और सस्पेंस बरकरार रखा है। सीएए के समर्थन से ऐसा लगा था कि लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ धुआंधार प्रचार करने वाले राज ठाकरे बीजेपी से जुड़कर शिवसेना की जगह लेना चाहते हैं। हालांकि हाल ही में मोदी सरकार द्वारा अदनान सामी को पद्म पुरस्कार दिए जाने का विरोध कर और अब सीएए के समर्थन पर अपनी भूमिका बदलकर राज ठाकरे ने इस सस्पेंस को और बढ़ा दिया है।
शक्ति प्रदर्शन के बीच सीएए विरोधी मुस्लिमों पर बरसे राज ठाकरे, कहा- किसे ताकत दिखानी है?