गरीब बच्चे शिक्षा से वंचित ना हो इसलिए मनसे की ओर से आंदोलन कर कड़ा विरोध जताया


उल्हासनगर(सरफराज खान) : उल्हासनगर महानगरपालिका के सभी स्कूल, एजुकेशन संस्था इन्हें चलाने के लिए देने का प्रस्ताव पालिका सदस्य मीना सोंडे, किशोर वानवारी, प्रदीप रामचंदानी, मनोज लासी इन्होंने किया। इस प्रस्ताव को मनसे की ओर से कड़ा विरोध जताकर पालिका मुख्यालय में आंदोलन किया गया। उक्त प्रस्ताव महासभा के विषय पत्रिका से तत्काल रद्द करने की मांग मनसे की ओर से की गई है। दिल्ली जैसे छोटे राज्य में सरकारी स्कूलों को आधुनिक कर डिजिटल किए जा रहे हैं, तो दूसरी और उल्हासनगर मनपा के स्कूलों का प्राइवेटीकरण कर शहर के गरीब बच्चों का नुकसान किया जा रहा है। शहर में कुल 28 स्कूल है।  जिसमें 5328 छात्र-छात्राएं शिक्षा ले रहे हैं।  इन स्कूलों को प्राइवेट किया गया तो, झोपड़पट्टी में रहने वाले गरीब बच्चों को शिक्षा से वंचित रहना पड़ेगा।  उक्त प्रकार पर रोक लगाने के लिए मनसे के शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख, मनसे विद्यार्थी सेना अध्यक्ष मनोज शेलार, कौस्तुभ देसाई, अशोक गरड़, सचिन चौधरी, मैनुद्दीन शेख, तन्मेश देशमुख आदि उपस्थित थे।