नई दिल्ली : अरविंद केजरीवाल रविवार को तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले हैं। उनके शपथग्रहण समारोह में दिल्ली के सरकारी स्कूलों के अध्यपकों और प्रधानाध्यापकों को आमंत्रित किया गया है। शनिवार को मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि शिक्षकों के साथ मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टरों और बसों के गार्ड को विशेष अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है। आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली प्रमुख गोपाल राय ने आईएएनएस से कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों सहित दिल्ली के सभी लोगों को निमंत्रण भेजा गया है। अरविंद केजरीवाल रविवार सुबह 10 बजे रामलीला मैदान में अपने मंत्रिमंडल के साथ तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। आप ने दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से 62 सीटें जीती हैं, जबकि भाजपा ने आठ सीटें जीती हैं। डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन ने अध्यापकों को सर्कुलर जारी करके शपथग्रहण में मौजूद रहने का आदेश दिया है। आप का कहना है कि शिक्षक सभ्य समाज के निर्माता हैं इसलिए समारोह में उनकी उपस्थिति जरूरी है। बीजेपी ने इसे केजरीवाल का ’तुगलकी फरमान’ करार दिया है। डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन के सर्कुलर में कहा गया है कि स्कूलों के हेड को शपथग्रहण में आमंत्रित किया जाता है। उनके साथ वाइस प्रिंसिपल, आंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट कैरिकुलम को-ऑर्डिनेटर, हैपिनेस कोऑर्डिनेटर और शिक्षक भी मौजूद रहें। बीजेपी नेता विजेंदर गुप्ता ने कहा है कि यह ’तुगलकी फरमान है।’ उन्होंने केजरीवाल को पत्र लिखकर मांग की कि इस आदेश को वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि एजुकेशन को राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। प्रतिक्रिया देते हुए ।।च् के जैस्मिन शाह ने ट्वीट किया, ’दिल्ली के शिक्षकों ने पिछले पांच साल में परिवर्तन किया है। रामलीला मैदान में शपथग्रण में आमंत्रण उनका हक है। बीजेपी कभी नहीं सोच पाएगी कि शिक्षक विकास का मॉडल बन सकते हैं।’
अरविंद केजरीवाल का शपथग्रहण समारोह में टीचर, बस के गार्ड और मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर होंगे विशेष अतिथि