अंबरनाथ बदलापुर नपा चुनाव का आदेश जारी


अंबरनाथ(सरफराज खान) : गुरुवार शाम में राज्य चुनाव आयोग द्वारा अंबरनाथ नगरपरिषद को एक आदेश प्राप्त हुआ है। जिसमें यह बताया गया है कि नगर परिषद के चुनाव एक सदस्य प्रभाग पद्धत अनुसार होंगे। इस आदेश के आने के बाद अब इस चर्चा पर विराम लग गया है कि अंबरनाथ और बदलापुर नपा को महानगरपालिका बनाया जाएगा। इस आदेश में प्रभाग आरक्षण ड्रॉ तारीख नहीं दी गई है। आजकल में तारीख की घोषणा हो सकती है। यह आरक्षण उप जिलाधिकारी स्तर के अधिकारी की देखरेख में होगा। यह अनुमान है कि महात्मा गांधी विद्यालय सभागृहा में लॉटरी निकाली जाएगी। 32 पन्नों के आदेश में यह बताया गया है कि किस प्रकार लॉटरी निकालना है।  प्रारूप प्रभाग की रचना हरकत और सूचना पर सुनवाई और अंतिम प्रभाग रचना को मान्यता देखकर प्रसिद्धि किस प्रकार दी जाए इसके पूरे खाके तैयार करके नगर परिषद को भेजे गए हैं। अंबरनाथ और बदलापुर नगर परिषद के होने वाले चुनाव के लिए वार्ड आरक्षण लॉटरी की तारीख आज तक घोषित नहीं किए जाने से शहर में यह अफवाह फैली गई है कि दोनों नगर परिषद को एकत्रित करके महानगरपालिका की निर्मिती किए जाने की तैयारी चल रही है। किंतु मुख्य अधिकारी देवीदास पवार ने इस बात से इनकार करते हुए हमें बताया है कि एक-दो दिन में वार्ड आरक्षण की तारीख का नोटिस आ जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि अगर सरकार का दोनों नपा को एकत्रित करके महापालिका बनाने का इरादा होता है तो 6 महीने के लिए पहले प्रशासन को बिठाया जाता। लेकिन ऐसे चिन्ह कम दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि चुनाव आयोग ने पहले बहुत सदस्य वार्ड के अनुसार 27 जनवरी को वार्ड आरक्षण की तारीख घोषित किया था। लेकिन बाद में सरकार ने 1 सदस्य वार्ड का फरमान जारी किया। इसीलिए 27 जनवरी की तारीख को आगे कर दिया गया है। एक-दो दिन में वार्ड आरक्षण लॉटरी ड्रॉ की तारीख हो सकती है। चुनाव के लिए नगर परिषद की पूरी यंत्रणा तैयार है। केवल तारीख की प्रतीक्षा है। 17 मई 2020 को नगर सेवकों के 5 वर्षों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इसीलिए अप्रैल को आखिरी हफ्ते में उपरोक्त दोनों नगर परिषद के चुनाव होंगे। अंबरनाथ के 57 वार्ड की रचना करके जिला अधिकारी को भेजा जा चुका है। नवी मुंबई का चुनाव अप्रैल में होगा उसके वार्ड आरक्षण का कार्यक्रम संपन्न हो चुका है। अंबरनाथ व कुलगांव बदलापुर नपा चुनाव के लिए वार्ड आरक्षण तारीख में देरी होने से शहर में महानगरपालिका की चर्चा ने जोर पकड़ा है।