उल्हासनगर मनपा आयुक्त द्वारा बजट हुआ प्रस्तुत


उल्हासनगर(सरफराज खान) :उल्हासनगर महानगरपालिका आयुक्त द्वारा सुधारित अनुमानित अर्थसंकल्प वर्ष 2020-2021 के लिये 483.41 करोड़ रुपयों का बजट उमनपा स्थायी समिती के समक्ष आज प्रस्तुत किया गया, पिछले साल का आर्थिक बजट 549.37 करोड़ रुपये था, बजट प्रावधान में प्रॉपर्टी टैक्स में कोई बढ़ोतरी नही की जा रही,पानी के बिलों में बढ़ोतरी की जाने की आयुक्त ने सूचना की है, लोग अगर मीटर द्वारा पानी लेंगे तो उन्हें बढ़ोतरी महसूस नहीं होगी, भवन, इमारत, मकान निर्माणो के लिये लगने वाली जलापूर्ति पर दुगने से भी ज़्यादा टॅक्स वसुली का मानस भी उक्त बजट में दिख रहा है, सालाना मुनाफ़ा वसुली बताते हुये प्रॉपर्टी टॅक्स के माध्यम से 112.21 करोड़, जल कर वॉटर सप्लाई से 39 करोड़, एलबीटी 2.5 करोड़, एमआरटीपी मामलों के अंतर्गत वसुली 34.11 करोड़, एलबीटी व अनुदान 256.63 करोड़, लाइसेंस फीस 13.28 करोड़, अमृत योजना 11.75 करोड़ व अन्य योजनाओं के माध्यम से 13.93 करोड़ रुपयों का मुनाफा कमाकर खर्च करने की श्रेणी में 143.35 करोड़ प्रशासकीय खर्च व तनख्वाह, 33.40 करोड़ रुपये एमआईडीसी को, 38.80 करोड़ कर्ज़ा देय, 12.73 करोड़ शहर बिजली व्यवस्था, 36.72 करोड़ रुपये कचरा ट्रांसपोर्ट, 5.60 करोड़ गार्डन मैदान विकास निधी, महिला बालकल्याण समिती 6 करोड़, दिव्यांग विकास 2 करोड़, शिक्षा मंडल 25.31 करोड़, बांधकाम विभाग 54.54 करोड़, जलवितरण प्रणाली पर 17.90 करोड़, आरोग्य विभाग 7.96 करोड़, अमृत योजना पर 32.50 करोड़, मलनिस्सारण योजना 22.20 करोड़, भूमिगत गटर योजना 8.20 व अन्य योजनाओं पर 12.82 करोड़ रुपये अनुमानित ख़र्च का प्रावधान है, परिवहन समिती के लिये 3 करोड़ 55 लाख रुपयों का प्रावधान है,  कचरा समस्या जितनी मनपा की ज़िम्मेदारी है उतनी ही शहरवासियों की भी ज़िम्मेदारी है, प्लास्टिक बन्दी, कचरा मुक्ति आदि योजनाओं को सुचारू करने के लिए दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी,  आयुक्त ने ये भी कहा कि, शहरवासियों ने मनपा को सहयोग देना चाहिये अगर शहरवासियों को नागरी सुविधाओं का उपयोग करना है तो समय पर टॅक्स भरें, आपके द्वारा भरा टॅक्स स्ट्रीट लाइट, पानी और घनकचरा व्यवस्थापन पर खर्च होगा, 483.41 करोड़ रुपयों में से 267 करोड़ रुपये महाराष्ट्र सरकार की तरफ से अनुदान प्राप्त होगा, मनपा का मुनाफा अत्यन्त कम है उसकी बढ़ोतरी के लिए हम सबको मिलकर सोचना होगा, ऐसा आयुक्त महोदय का वक्तव्य रहा, अभय योजना लागू की गई है परंतु उसमे भी नागरिकों का अत्यल्प प्रतिसाद है, अगर इतना कम प्रतिसाद रहा तो यह अभय योजना बीच मे ही बन्द करनी पड़ेगी ऐसा निराशाजनक वक्तव्य भी आयूक्त द्वारा आज किया गया, अभय योजना अगर बन्द करनी पड़ी तो टॅक्स वसुली के लिये प्रशासन को कड़े कदम उठाने पड़ेंगे, इसलिये शहरवासियों ने टॅक्स समय पर चुकाकर उनपर लगने वाला भारी ज़ुर्माने से छुटकारा पाये और उल्हासनगर मनपा को शहरविकास कार्यों में सहायता करें ऐसी सूचना भी उल्हासनगर मनपा आयुक्त द्वारा आज बजट प्रस्तुत करते हुये पत्रकार परिषद में दी गयी।