अंबरनाथ- बदलापुर एकही महापालिका? 


अंबरनाथ(सरफराज खान) :चुनाव की तयारी शुरू हुई हैं, फिर भी अंबरनाथ - कुलगाव बदलापुर पालिका के चुनाव का अपेक्षित आरक्षण व प्रभाग रचना का कार्यक्रम दुरी पर जाने के कारन संभ्रम बढ़ा हुआ हैं। कल्याण डोंबिवली कि हि धरती पर अंबरनाथ एवं बदलापुर यह एकत्रित महापालिका कर वहा पर शिवसेना का पहिला महापौर बने इसलिए शिवसेना ने कमर कसने की चर्चा हो रही हैं।  इस वजह से ही चुनाव कार्यक्रम दुरी पर किया हैं ऐसा कहा जा रहा हैं।  अंबरनाथ और बदलापुर यह दो अलग नगरपालिका हैं।  तेज गती से विकसित होने वाले यह दोनों शहरों की एकत्र महापालिका तयार कर, शिवसेना का महपौर और कांग्रेस और राष्ट्रवादी का उपमहापौर करने की तयारी जिला स्तर पर महाविकास आघाडी के नेता कर रहे हैं ऐसी चर्चा हो रही हैं।  इसकारण जिले के सभी महापालिका पर शिवसेना का एक तरफ से वर्चस्व होने की शक्यता हैं। अंबरनाथ, बदलापुर नगरपालिका द्वारा होने वाले कई महत्वकांशी प्रकल्प एक महापालिका के हाथ में आने की बात भी कही जा रही हैं।  यह नगरपालिका के चुनाव अप्रेल में नियोजित थे।  चुनाव आयोग ने ६ जनवरी को दिए हुए कार्यक्रम के अनुसार २४ जनवरी को चुनाव की आरक्षण नोटिस प्रसिद्ध होनी चाहिए थी।  २७ जनवरी को प्रभाग रचना व आरक्षण सोडती का कार्यकर्म आयोजित किया गया था।  २४ जनवरी को हुए मंत्री मंडल के बैठक में २०१६ का भाजप सरकार का सीधा जनता में से नगरध्यक्ष पद के चुनाव और बहुसदस्यीय प्रभाग पद्धत ऐसा दोनों निर्णय महाविकास आघाडी ने रद्द किये।  २७ जनवरी को राजपाल ने सरकार की एक प्रभाग सदस्य पद्धति पर छाप दिया।  इसकारण नगरपालिका चुनाव के प्रभाग, रचना और आरक्षण सोडत का कार्यक्रम आगे ढकेला गया।