पत्री पूल के काम मैं लाए तेजी

कल्याण (सरफराज खान) : कल्याण में ब्रिटिश पत्री के स्थान पर प्रस्तावित नए पत्रीपूल के सबसे बड़े 77 मीटर लंबे गर्डन का काम पूरा हो गया। अब जल्दी ही हैदराबाद से रवाना कर दिया जाएगा। इसके चलते मार्च 2020 तक पत्रीपूल परिवहन के लिए खोलने की उम्मीद जगी है। 2018 नवंबर को एक खतरनाक ब्रिटिश यात्री पुल रेलवे से टकरा जाने के बाद इसे बंद कर दिया गया था। जिसके कारण कल्याण से नवी मुंबई की ओर जाने वाली गाड़ियों को काफी ट्रैफिक की समस्या का सामना करना पड़ता है।  सार्वजनिक निर्माण मंत्री एकनाथ शिंदे और सांसद डॉ श्रीकांत शिंदे ने महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम को नई पत्रीपूल का काम जल्द पूरा करने का निर्देश दिया था। निगम के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राधेश्याम और सह प्रबंधक निदेशक अनिल कुमार गायकवाड के निर्देशन में इंजीनियरिंग विभाग ने युद्ध स्तर पर पत्री पूल का निर्माण शुरू कर दिया है। रेलवे द्वारा अनुमोदित योजना के अनुसार पुल की लंबाई 110 मीटर रेल द्वारा तय किए जाने के बाद सड़क विकास निगम हैदराबाद में ग्लोबल स्टील कंपनी के साथ एक नई पत्री पूल गर्डन बनाने का काम सौंपा है। शिंदे ने तभी पुल का निरीक्षण करने के लिए 2019 को हैदराबाद का दौरा किया।  ग्लोबल स्टील कंपनी ने नए पुल के ढांचे को देखते हुए 3 महीने में काम पूरा कर लिया है। मुख्य अभियंता शशिकांत सोनटके, कार्यकारी अभियंता नितिन बोरूले, कंपनी के निर्देशक ऋषि अग्रवाल, साकेत शर्मा और सुनील अग्रवाल शनिवार को काम कर रहे थे। इस पुल के पहले 77 मीटर लंबे गर्डन का निर्माण किया गया है और इस गर्डन को पेंट करने का काम चल रहा है। पेंटिंग के बाद गर्डन को आठ भागों में विभाजित किया जाएगा और फरवरी से पहले सप्ताह में कल्याण में लाया जाएगा। मार्च तक परिवहन के लिए पुल को खोलने के उद्देश्य तक पहुंचना संभव है। क्योंकि पत्री पूल में फूल गर्डन डालने के लिए खंबो का निर्माण पूरा किया जा रहा है।