निमंत्रण पत्रों में शिष्टाचार की उड़ी धज्जिया

अंबरनाथ(सरफराज खान) :अंबरनाथ नगरपरिषद के शिक्षा और महिला बाल कल्याण विभाग द्वारा पिछले कुछ वर्षों से आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के निमंत्रण पत्र में नगर अध्यक्ष और उपनगर अध्यक्ष के नाम को क्रेप करके मानपान नाटक खेला गया था।सोमवार को आयोजित बजट बैठक और आयोजनों को लेकर नगर अध्यक्ष और उप नगर अध्यक्ष के बीच विवाद छिड़ गया था।विशेष रूप से कांग्रेस के नगरसेवक शिवसेना के अधिकार के लिए शिवसेना के नगरसेवकों की तुलना में अधिक आक्रमक पाए गए। सोमवार को अंबरनाथ नगर हाउस में आयोजित एक बजट बैठक में शहर के अन्य विवादास्पद मुद्दों को लेकर पार्षदों और उप प्रमुखों के बीच कहासुनी हुई।शिवसेना के भीतर अधिक भ्रम की स्थिति थी। वर्तमान में चुनाव के मद्देनजर शहर में विभिन्न प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।शिवसेना के ऊपर नगर अध्यक्ष अब्दुल शेख ने नगर परिषद की ओर से एक क्रिकेट कप का आयोजन किया गया। हालांकि इस कप के निमंत्रण पत्र में शहर के सभी पार्टी नेताओं और अधिकारियों के नाम जबकि कांग्रेस पार्टी के नेता का नाम कांग्रेस पार्षदों द्वारा छोड़ा गया था।साथ ही महापौर कप के आयोजन के बजाय ऊपनगर अध्यक्ष अब्दुल शेख ने कांग्रेस उपाध्यक्ष प्रदीप पाटिल से पूछा कि वह अपने मनमाने कर्तव्यों का पालन कैसे करते हैं।इस चर्चा में महापौर मनीषा वालेकर ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त की।नगर परिषद द्वारा आयोजित खेल प्रतियोगिता के शिष्टाचार के अनुसार कुछ नियम है।जहां निमंत्रण पत्र में शहर अध्यक्ष का नाम होना चाहिए।लेकिन कुछ आमंत्रण पत्रिकाओने शहर अध्यक्ष के नाम पर अपनी नाराजगी व्यक्त की।इस लिए निमंत्रण पत्र को प्रिंट करने से पहले शहर प्रमुख मनीषा वालेकर ने सवाल उठाया कि, क्या निमंत्रण पत्र प्रमुखों द्वारा जांचे जाते हैं और प्रमुख से पूछा जाता है।हालांकि अधिकारियों को आरोपी के पिंजरे में रखा गया था।जिससे बाजार विभाग ने मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से निमंत्रण पत्र आया।इसलिए भले ही बजट के लिए एक बैठक आयोजित की गई थी। लेकिन बजट चर्चाओं के अलावा अन्य बातों के साथ-साथ सदन में हंगामा हुआ।