मुंबई : यातायात की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण मेट्रो-3 के वर्ली स्टेशन के कार्य का पर्यटनमंत्री आदित्य ठाकरे ने जायजा लिया. इस अवसर पर ठाकरे ने कहा कि इस परियोजना का कार्य समय पर पूरा करने के लिए हम कटिबद्ध हैं. मेट्रो-3 भूमिगत मार्ग के 25 वें चरण का काम वर्ली में पूरा किया गया. ठाकरे ने कहा कि मेट्रो-3 मार्ग का कार्य प्रगति पथ पर देखकर अच्छा लग रहा है. परियोजना के अब तक 78 फीसदी सुरंग और 50 फीसदी से अधिक अन्य निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि एमएमआरसी इसी उत्साह और गति से परियोजना का कार्य जारी रखेगा. मेट्रो-3 परियोजना के प्रबंध निदेशक रंजीत सिंह देओल ने बताया कि मेट्रो 3 के भूमिगत मार्ग की खुदाई के लिए कुल 17 टीबीएम मशीन 33.5 किमी लंबे मार्ग के सुरंग का निर्माण करने में लगी हैं. देओल ने कहा कि अब तक उपनगरीय रेलवे से नहीं जुडे, मुख्य व्यापारिक केंद्रों को मेट्रो-3 के पैकेज-3 से जोड़ा जाएगा. मेट्रो-3 शुरु होने के बाद इस मार्ग पर नियमित यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए संजीवनी साबित होगा. उन्होंने कहा कि पैकेज-3 के टनल बोरिंग मशीन ‘तानसा-1’ ने 27 सितंबर 2018 को साइंस म्युजियम के उत्तर दिशा से कार्य शुरु किया था. कई भौगोलिक चुनौतियों का समाना करते हुए अप लाइन सुरंग का 2.73 किमी भूमिगत मार्ग पूरा किया. इस भूमिगत मार्ग के लिए 1381 सेगमेंट रिंग्स का उपयोग किया गया. कुलाबा से बांद्रादृसीप्ज परियोजना मार्ग पर मेट्रो-3 का कार्य कुल 7 पैकेज में हो रहा है जिसमें पैकेज-3 के भूमिगत का पहला चरण था. मेट्रो-3 मार्ग का पैकेज-3 सबसे लंबा पैकेज था. इस पैकेज के अंतर्गत मुंबई सेंट्रल, महालक्ष्मी, साइंस म्युजियम, आचार्य अत्रे चौक और वर्ली स्टेशन का समावेश है.
मेट्रो-3 के 78 प्रतिशत सुरंग का काम पूरा