घोड़े से करेगी मुंबई पुलिस पेट्रोलिंग 


मुंबई : मुंबई की शांति व्यवस्था बनाए रखने एवं भीड़ पर नियंत्रण की जिम्मेदारी घुड़सवार पुलिस दस्ते पर होगी. मुंबई पुलिस दल में इस दस्ता को शामिल किया गया है. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर शिवाजी पार्क में होने वाले ध्वजारोहण की परेड के साथ ही घुड़सवार पुलिस दस्ता काम करने लगेगा. राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इसकी जानकारी दी. रविवार को शिवाजी पार्क में अश्वदल निरीक्षण के बाद गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि मुंबई पुलिस का ’माउंटेड पुलिस दस्ता’ यातायात एवं भीड़ को नियंत्रित करने में उपयोगी होगा. उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस आधुनिक तकनीक से लैश एक उत्कृष्ट पुलिस बल है. घुड़सवार पुलिस दस्ते के शामिल होने से त्योहारों के दौरान भीड़ पर आसानी से नियंत्रण रखा जा सकेगा. बढ़ते वाहनों के कारण माउंटेड पुलिस दस्ते को दिसंबर 1932 में बंद कर दिया गया था. अभी मुंबई पुलिस बल के पास अत्याधुनिक वाहन हैं, जिनमें तेज रफ्तार की मोटर साइकिलें भी हैं. इसके बावजूद भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर अपराध नियंत्रण के लिए ’माउंटेड पुलिस’ उपयोगी होगी. आजादी के बाद पहली बार अश्व दल को मुंबई पुलिस बल में शामिल करने का निर्णय लिया गया है. यह टीम उस स्थिति को गति देने और नियंत्रित करने में सक्षम होगी, जहां वाहनों का पहुंचना मुश्किल है. देशमुख ने कहा कि घुड़सवार पुलिस दस्ते से त्योहारों के दौरान मुंबई में पैदल चलने वालों पर नजर रखने एवं भीड़ पर नियंत्रण एवं महिलाओं की सुरक्षा हो सकेगी. एक घुड़सवार पुलिस 30 पुलिसकर्मियों के रूप में प्रभावी प्रदर्शन कर सकती है. घुड़सवार पुलिस दस्ते को पुणे, नागपुर और अन्य शहरों में शुरू करने पर विचार किया जाएगा. राज्य सरकार ने 30 घोड़ों, 1 उप निरीक्षक, 1 सहायक उप निरीक्षक, 4 हवलदार और 32 सिपाही को घुड़सवार पुलिस दस्ते में शामिल करने को मंजूरी दी है. इस दस्ते के लिए 13 देशी और विदेशी घोड़े खरीदे गए हैं. 6 महीने में इस दस्ते में और घोड़े शामिल होंगे. घुड़सवार पुलिस दस्ते में शामिल पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. पुलिस कर्मियों को घोड़े चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. घुड़सवार पुलिस दस्ते से भीड़ पर नियंत्रण के साथ जुहू, गिरगांव एवं मार्वे के समुद्री तटों पर गश्त की जा सकेगी. समुद्र तटों पर वाहनों से गश्त करने में मुश्किलें आती हैं. मुंबई पुलिस आयुक्त संजय बर्वे ने बताया कि अंधेरी (पूर्व) मरोल के लोकल आर्म्स डिपार्टमेंट के मुख्यालय में 30 घोड़ों के लिए 2.5 एकड़ में अस्तबल बनाया जाएगा. इसमें राइडिंग स्कूल, घोड़ों के लिए स्विमिंग पूल, राइडर रूम एवं फिड स्टॉक रूम बनाया जाएगा.