एनआरसी के विरोध में बंद का नहीं दिखा असर

अंबरनाथ(सरफराज खान) : वंचित बहुजन विकास आघाडी की ओर से  सीएए, एनआरसी के विरोध में अंबरनाथ, उल्हासनगर बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला। शुक्रवार सुबह में अंबरनाथ आघाडी पदाधिकारी संजय सुर्वे के नेतृत्व में शहर पूर्व से पश्चिम तक पैदल मोर्चा निकालकर नारेबाजी की गई। पुलिस ने सभी को अंबरनाथ पुलिस स्टेशन लेकर आए और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।  अंबरनाथ पूर्व पश्चिम की दुकानें दोपहर 12ः00 बजे तक बंद रही।  ऑटो रिक्शा आधे से ज्यादा चालू रही। सभी मुख्य चौक पर पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त देखा गया। शुक्रवार को आघाडी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने महाराष्ट्र बंद की घोषणा की थी। जिसके कारण शहर के कई परिसर में बंद देखा गया।  अंबरनाथ व्यापारी संघ अध्यक्ष खानजी धल ने व्यापारियों से आवाहन किया था कि, हम बंद के विरोध में है।  इसलिए बंद ना रखा जाए। लेकिन स्टेशन रोड पूर्व, पश्चिम और कई परिसर में उनके इस अपील का कोई असर नहीं दिखा।  कुछ दुकानदारों ने हमसे शिकायत की, कि कुछ पुलिसकर्मी एक दुकानदार के पास गए और उन्हें दुकान खोलने के लिए कहा। पुलिस वाले भी सरकार के साथ देखे गए।  उल्हासनगर शहर एक से पांच तक भी बंद का असर देखने को नहीं मिला।  कुछ रिक्शा वालो ने रिक्शा बंद रखी। लेकिन दुकानें सब जगह खुली थी।  आघाडी के कार्यकर्ता कुछ स्थानों पर बंद कराने गए थे।  लेकिन उसका असर नहीं देखने मिला। व्यापारियों ने भी बंद का विरोध करते हुए अपनी दुकानें चालू रखी। सभी व्यापारियों ने सीएए और एनआरसी का समर्थन किया है।