डॉ. बी.जी. छाया उपजिला अस्पताल का अस्तित्व खतरे में 


अंबरनाथ(सरफराज खान) : पिछले साल भर से अंबरनाथ नगरपरिषद से राज्य शासन को हस्तांतरित किए गए डॉ. बी.जी. छाया उपजिला अस्पताल हमेशा से ही समस्याओं के घेरे में रहा है। महावितरण कंपनी के पिछले 4 महीनों के बिजली बिल ना भरने से छाया अस्पताल की कुल डेढ़ लाख थकबाकी हुई है। जिससे अब बिजली बिल ना भरने से इस अस्पताल को अंधेरे में रहने की नौबत आ सकती है क्या? ऐसा सवाल नगरसेवक उमर इंजीनियर और उपनगराध्यक्ष अब्दुल भाई शेख ने उपस्थित किया है।  अंबरनाथ नगरपरिषद का डॉक्टर बी.जी. छाया अस्पताल शासन के पास हस्तांतरित करने की प्रक्रिया 2 अगस्त 2018 को पूरी हुई थी।  इस अस्पताल को शासन ने उपजिला अस्पताल का दर्जा देकर 48 विविध पदों को मंजूरी दी थी।  लेकिन नगरसेवक उमर इंजीनियर और उपनगराध्यक्ष अब्दुल भाई शेख ने आरोप लगाते हुए कहा है कि, इस अस्पताल में  डॉक्टरों की कमी है। गरीब लोगों के लिए बनाए गए इस अस्पताल में किसी भी तरह की मशीन उपलब्ध नहीं है। गरीब लोग सुविधाओं से वंचित है।  राज्य शासन सुफूर्त अस्पताल की दुरावस्था है।  लेकिन नपा प्रशासन और विधायक इस और ध्यान नहीं दे रहे। नगरसेवक उमर इंजीनियर और उपनगराध्यक्ष अब्दुल भाई शेख ने 30 लाख रुपयों का एमरजेंसी दवाइयों का किट उपलब्ध कराने की मांग नगरपालिका सर्वसाधारण सभा में की है।  उन्होंने आगे कहा कि जिससे शहर में अगर कोई विपरीत घटना हो तो तुरंत इलाज किया जा सकता हैं।