ठाणे : खाड़ी में अवैध रूप से होने वाले रेती उत्खनन पर पूरी तरह से रोक नहीं लग पा रही है, जिसके चलते जहां राजस्व का बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है. फिलहाल ठाणे के जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर ने मिल रही शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए अवैध रेती उत्खनन करने वालों के विरुद्ध कठोर कदम उठाया है. अगर इसी तरह से कड़ाई बरती गई तो इन पर अंकुश लग सकता है. प्रशासन द्वारा कार्रवाई करने के कुछ दिन बाद ही रात के समय उत्खनन का कारोबार फिर से शुरू हो जाता है.गत सप्ताह मुंब्रा, रेतीबंदर, भिवंडी, कल्याण, शहापुर, परिसर में रेती उत्खनन के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने साढ़े 6 करोड़ से अधिक कीमत का सामान जब्त कर गैस कटर, जेसीबी व पोकलेन की सहायता से तोड़कर नष्ट कर दिया गया. खाड़ी में बेखौफ होकर मनमाने तरीके से वर्षों से रेती उत्खनन करने वाले रेती माफिया पकड़ में ही नहीं आते हैं. जब भी प्रशासन द्वारा छापा मारा जाता है, काम करने वाले मजदूर ही पकड़े जाते हैं और उन पर ही स्थानीय पुलिस थाने में गुनाह दर्ज किया जाता है. सवाल उठता है कि आखिर मुख्य आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं होती है. यह सिलसिला वर्षों से चल रहा है.
अवैध रेती उत्खनन पर नहीं लग पा रही रोक