कल्याण(सरफराज खान) : कल्याण- डोंबिवली महापालिका में १९८२ को विकास के मुद्दे पर कल्याण के साथ अंबरनाथ तालुका के २७ केडीएमसी में समाविष्टीत की गई थी। मात्र विकास काम ना होने के कारन, स्थानिको को बढे पैमाने में कर देना पड़ा था। इस कारन कल्याण- डोंबिवली महापालिका में से २७ गांव बाहर की गई थी। विकास के मुद्दे पर तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इन्होने २७ गांव केडीएमसी में समाविष्ट के लिए साढ़े छह करोड़ रुपयों का निधि देंगे ऐसा कहकर महापालिका पर एक हाती सत्ता स्थापन करने का प्रयास किया था। मात्र फड़नवीस सरकार ने २७ गांव को किसीभी प्रकार का निधि ना देने की बात बता कर २७ गांव फिर से बहार निकालने की मांग संघर्ष समिति द्वारा की गई थी। संघर्ष समिति की मांग के कारण नगरविकास मंत्री एकनाथ शिंदे इन्होने स्थानिक लोकप्रतिनिधि और अधिकारियों की सयुक्त बैठक मंत्रालय में लेकर स्वतंत्र नगरपालिका तयार करने का संकेत दिए हैं। कल्याण- डोंबिवली २७ गावो का विकास आराखडा एमएमआरडीए दवरा तयार किया गया हैं। इस सरकार द्वारा मंजूरी दी गई हैं। इस कारन २७ गांव केडीएमसी में से बाहर न निकाले इसलिए नगरसेवकों ने पत्र व्यवहार शुरू किया हैं।
स्वतंत्र नगरपालिका के लिए नगरसेवकों का विरोध